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Reborn with a License to Kill: Politician Turned Mafia Lord

Chapter 5 नव्या की शैतानी फोटोग्राफ्स और लाइफटाइम कमिटमेंट।

Word Count: 4843    |    Released on: 02/11/2024

ी चुप्पी को हां मानकर उसने मुस्कुराते हुए कहा - हां उसी ने बताया होगा । वो मेरे बारे में सब कुछ जनती है और मैं उसके बारे में सब कुछ जानती हूं। हम एक दूसरे के बारे में जितना जानते हैं ना उतना तो कर

ा है और यह बात सही भी है अब मैंने तुमसे शादी करके उसको सही प्रूफ कर दिया ।मैंने उसके होने वाले पति से उसके ही मंडप में शादी की है औ

ो गई थीं। अद्वैत अपनी चेयर से उठकर नव्या के पास आया और उसे अपनी सीने से लगा लिया। नव्या भी अद्वैत के सीने से चिपक गई और अद्वैत कि बैक पर पकड़

हते हो वो फोटोस ...। उसे गुस्से में शोक देखकर अद्वैत ने अपने सिर पर हाथ रख लिया। नव्या आगे बोलने से पहले अद्वैत ने नव्या के मुंह पर हाथ रख दिया और खुद कहा - "अरे बाबा पहले पूरी बात तो सुन लो मैं ये कह रहा हूं कि वो सारी फोटोस रियल है लेकिन उसको लोग गलत तरह से देख रहे हैं

हूँ उसे इंसान से जिसने हमारी वो फोटोस लिए थे। हम उन फोट

से वही जान से मार दूंगी। नव्या की बात सुनकर अद्वैत ने जलते हुए और गुस्से में कहा - ऑफ कोर्स तुम तो मरोगी ना उसने तुम्हें तुम्हारे प्यार करण से जो दूर किया है। नव्या ने अद्वैत को घूर और कहा - अ

है। तुम से तो इसलिए तीन जिंदगी बर्बाद हई है नहीं तीन‌ भी नहीं क्योंकि जब तुम मेरे साथ हो मैं तो तुम्हारी जिंदगी बर्बाद नहीं होने दूँगा। और मैं तो कह रहा हूँ

जिंदगी आवाद हो गई है लेकिन सिर्फ कुछ घंटे पहले तो तुम इसका उल्टा बोल रहे थे। अब क्या हुआ कुछ घंटे में सि

ोनों अपनी लाइफ में मूव ऑन करलें। उसने ये बात थोड़ी उदास होते हुए बोली । उसके चेहरे को देखकर ही अद्वैत उसके दर्द को समझ गया लेकिन अद्वैत ने गहरी सांस लेक

ें चेंज आ गया। नव्या चेहरे से उदासी गायब हो गई और जगह गुस्से आ गया उसने गुस्से में ही कहा - लेकिन हां अगर सब कुछ ठीक हो जाएगा

वैसे उसका हाल भी क्या अपने कॉलेज के उस प्रोफेसर क्या नाम था उसका आई थिंक भाटिया प्रोफेसर राइट तुम फोटोग्राफर के साथ भी क्या कुछ वैसा कर

ने नहीं तुम्हारे कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया था। शायद तुम भूल रही हो मैं त

ा था वो यह डिजर्व करता था । तुम्हें पता है वो लड़कियों को एक्स्ट्रा क्लासेज के बहाने अपने घर बुलाता था और उनका फायदा उठाने की कोशिश करता था यहां तक कि उस प्रोफेसर भाटिया ने नि

ी थी । उसको उसके किए की सजा देना जरूरी था इसीलिए मैंने मल्लू ( मलिश्का ) के साथ मिलकर प्लान बनाया और हम दोनों सुबह-सुबह उसके घर चले गए और फिर हमने जो सोसाइटी का कूड़ा उठाने वाली गाड़ी आती थी। उन गाड़ी के भैया को हमने पैसे दिए और पूरी कॉलोनी

जानता था कि नव्या ने प्रोफेसर के साथ क्या किया है लेकिन नव्या की खुशी को

और उस इंसान को ढूंढ रहा था जिसने ये किया है तभी मैं और मलिश्का उसके घर के अंदर चले गये और हमने उसके फोन से उसके सारे कारनामों के सबूत ले लिया थे । फिर हमने एक अच्छा सा आर्टिकल रेडी किया और कॉलेज ग्रुप पर डाल दिया था और फिर कॉलेज ने खुद ही उस प्रोफेसर भाटिया को फायर कर दिया था। था ना धांसू आइडिया मेरा ही आइडिया था। पता है उस भाटिया के खिलाफ कई सारी कंप्लेंट्स की थी लेकिन कभी किसी ने कोई एक्शन नहीं

ुछ सोचने की भी जरूरत नहीं है। जो तुम्हारा मन है वो करों बिना किसी टेंशन के । तुम्हें बिल्कुल भी बदलने की जरूरत नहीं है बस तुम जैसी हो वैसे ही र

नजर वहां बेड पर बैठी बच्ची पर गई वो तुरंत उस बच्ची के पास आया और उसके आंसू पहुंचते हुए कहा - क्या हुआ नव्या बेटा । छोटी बच्ची नव्या ने जबाव में बस मम्मा कहा। वो आदमी समझ गया क्या हुआ है। उसने धीरे से कहा - मम्मा न

ने अपना सिर ऊपर किया और कहा - वो मलिश्का को तंग कर रहा था और उसने सॉरी भी नहीं बोला तो। उसकी बात सुनकर वो आदमी फिर हंसने लगा और छोटी बच्ची नव्या को अपनी गोद में बैठाया और कहा - बच्चे जो आपने किया ठीक किया लेकिन मम्मा भी सही है बट एनीवे पापा की बेटी हो तो वो ही करोगी ना जो पापा करते ह

कहा - मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं है। मैं खुद बहुत स्ट्रांग हो । मैं खुद खुद को संभाल स

तुम्हें मेरी जरूरत होगी मैं तुम्हारे साथ हूंगा। अद्वैत की बात सुनकर नव्या फिर से एक बार शौक हो गई । उसने अपने मन में सोचा - क्या यही लाइंस उसे उसके मम्मी पापा नहीं बोलते थें और इन लाइंस को सुनकर ही तो वो कभी भी कुछ भी

ही तुमसे मदद मांगी थी करण और करण के पापा के उस आर्टिकल को छापने से रोकने के लिए। उस आर्टिकल को छपने से रोकने के लिए ही तो हम दोनों एक दूसरे से छुप कर मिलते थे और तभी किसी ने हमारी वो पिक्चर्स ले लीं। ना ही मैं तुमसे मदद मांगती और ना ऐसा होता।अद्वैत मैंने अपनी बेस्ट फ्रेंड मलिश्का और अपने प्यार करण को धोखा दिया। यह भी सच है कि मैं उन दोनों से झूठ बोलकर तुमसे मिलती थी लेकिन उसकी वजह कुछ और थी मैं तुमसे सिर्फ इसलिए मिलती थी कि मैं आर्टिकल को छपने से रोक सको और अद्वैत यह बात भी बिल्कुल सच है ना सिर्फ मेरी वजह से करण की डेड की मौत हुई है। मैंने कितनी कोशिश की थी उस आर्टिकल

मने जानबूझकर कुछ भी नहीं किया है और उन्होंने सुसाइड की थी खुद तुमने उन्हें नहीं मारा तुम कोई खूनी नही हुईं। कहते हुए अद्वैत ने उसे अपनी सीने से गले लगा लिया था। नव्या ने अपना चेहरा उसकी सीने से निकला और आंखों में आसूं के साथ कहा - हां उन्होंने सुसाइड की थी लेकिन वजह मैं

की कोशिश करते हुए और रोते हुए बोली- तुम मेरी इतनी फिक्र मत करो तुम तुम भी तुम भी मुझसे

ट तुमसे किसने कहा कि मैं उससे प्यार करता हूँ। मुझे कभी मलिश्का

एक्सप्रेशंस के साथ कहा - तुम झूठ क्यों बोल रहे हो। आईं नो तुम उससे प्यार करते

ता देखकर उसने चेन की सांस ली और उसने नव्या से कहा - वो मुझसे प्यार करती

हा - अगर तुम उससे प्यार नहीं करते तो उससे शादी क्यों कर रहे थें। तुम दोनों की तो लव मैरिज थी मुझे पता

एक्सेप्ट किया था उसका प्यार नहीं। वो भी तुम्हारी तरह। उसकी बात सुनकर नव्या ने फ

से शादी करनी पड़ रही थी एक्चुअली वो निखिल ने ज़िद पकड़ ली थी कि वो निकिता से अभी शादी करना चाहता है लेकिन मैं उसका बड़ा भाई हूं और मेरी शादी हुई नहीं थी तो जब तक बड़े भाई की शादी नहीं हो जाती तब तक छोटे भाई की कैसे होती है इसलिए मेरे डैड

सुनकर इरिटेट होकर कहा - अरे तुमने उसे दिखा नहीं है वो कैसे फिल्मी बातें करती है प्यार को लेकर। कैसे मुझे price charming , princ

ुछ भी नहीं था। प्यार तो बहुत दूर की बात है मैं उसे लाइक तक नहीं करता था और ना ही अब करता हूं। नव्या ने कहा - ऐसे मत बोलो कितनी तो अच्छी है वो थोड़ी सी पागल है बट दिल की बहुत अच्छी है । ये बोलकर उसने फिर अद्वैत की तरफ देखते हुए

अपने मन में कहा - सॉरी नव्या मैं तुमसे जो बोल रहा हूं वो झूठ है लेकिन मैं चाहकर भी तुम्हें सच नहीं बता सकता क्योंकि

मेरे आसपास भी घूमती रहती थी मैं जहां जाऊं वहां पहुंच जाती थी उसकी उन हरकतों के कारण मेरी फैमिली को भी लगने लगा था कि मेरा और उसका चक्कर चल रहा है इसीलिए मजबूरी में उससे शादी के लिए तैयार होना पड़ा और मैंने बहुत मन करने की कोशिश की थी लेक

और उसने कहा - वैसे अद्वैत अब हम क्या करेंगे अब तो हम

किल हो सकता था था लाइफ टाइम कमिटमेंट निभाना क्योंकि मलिश्का बिल्कुल मेरे टाइप की नहीं थी लेकिन तुम्हारे साथ निभाना आसान होगा क्योंकि तुम बिल्कुल मेरे टाइप

ही बोल रहे थे ना कि मैं तुमसे नफरत करता हूँ । यहां तक कि तुमने यह भी कहा था की अगर मैं इस दुनिय

से में था लेकिन अब मुझे अपनी सारी गलतियां का एहसास हो चुका है और अब मैं गलती से भी कोई गलती नहीं करूंगा प्लीज पहली

फ ही चाहिए थी जो सिर्फ़ मेरा ही साथ नहीं दे बल्कि मेरे सपने में मेरे साथ दे। तुम जिस एटीट्यूट और कन्फिडेंस के साथ बोलती हूं ना तुम अपने उसी कॉन्फिडेंट से एक परफेक्

स्कराने लगा। नव्या एक बार फिर सब कुछ भूल गई थी । वो फिर से clam and chill हो गई ये देखकर अद्वैत ने चैन की सांस ली । उसका मन नव्या को गले लगाने का करने लगा लेकिन वो खुद को कंट्

ीक कर दूंगा। उसकी बात सुनकर नव्या ने एक स्माइल दी और अद्वैत का हाथ जो उसके गाल पर था उस पर नव्या ने अपना हाथ रखकर ‌कहा - अद्वैत सब कुछ ठीक है।

िश्ते को मौका देना कि। नव्या मुझे तुमसे रिश्ते को मौका नहीं बस एक छोटा सा

तुम्हें कभी धोखा नहीं दूंगी । आई प्रॉमिस यू। लेकि

ो कि जा सकती है ना। हम दोनों नहीं चाहते थे लेकिन हमारी शादी हो गई है और अब हो गई है तो इसे निभाते हैं लेकिन एक दूसरे के दोस्त बनकर। दुनिया के सामने कप

्वैत के हाथ पर रख दिया और कहा - Yes I'm Ready। बोलकर वो नव्या नव्या खुद उसके गले लग गई। उसकी इस एक्शन से अद्वैत शौक ह

बॉर्न विथ ए लाइसेंस टू किल: पॉलीटिशियन टर्नेड माफिया लॉर्ड।

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